ये गुमशुदा आदमी कहां जाता है या तो किसी का गुलाम बन जाता है या अकेला हो जाता है, कोई ढू ये गुमशुदा आदमी कहां जाता है या तो किसी का गुलाम बन जाता है या अकेला हो जाता है,...
इस पर विश्वास करते हुए अग्रसर होते रहिए। इस पर विश्वास करते हुए अग्रसर होते रहिए।
“पापा अगर मुझे गलत होना ही होगा तो आप मुझे कब तक रोकेंगे और कहाँ तक मेरे साथ रहेंगे।” “पापा अगर मुझे गलत होना ही होगा तो आप मुझे कब तक रोकेंगे और कहाँ तक मेरे साथ रहे...
सोचता हु ज़माने की परवाह क्यू करे हम जब ज़माना खुद बेफिक्र है उन हादसों से अच्छे बुरे लम्हों से तो हम... सोचता हु ज़माने की परवाह क्यू करे हम जब ज़माना खुद बेफिक्र है उन हादसों से अच्छे ...
इसलिए अगर आप ग़लत नहीं हैं तो बर्दाश्त करने की ज़रूरत नहीं है। इसलिए अगर आप ग़लत नहीं हैं तो बर्दाश्त करने की ज़रूरत नहीं है।
इस पृथ्वी पर प्रकृति ही मानव की ईश्वर है इस पृथ्वी पर प्रकृति ही मानव की ईश्वर है